Category: व्रत कथा

  • गणगौर व्रत कथा (Gangaur Vrat Katha)

    गणगौर व्रत कथा (Gangaur Vrat Katha)

    एक समय की बात है, भगवान शंकर, माता पार्वती जी एवं नारदजी के साथ भ्रमण हेतु चल दिए। वे चलते-चलते चैत्र शुक्ल तृतीया को एक गाँव में पहुँचे। उनका आगमन सुनकर ग्राम की निर्धन स्त्रियाँ उनके स्वागत के लिए थालियों में हल्दी एवं अक्षत लेकर पूजन हेतु तुरतं पहुँच गई। पार्वती जी ने उनके पूजा भाव को…

  • सोमवती अमावस्या व्रत कथा (Somvati Amavasya Vrat Katha)

    सोमवती अमावस्या व्रत कथा (Somvati Amavasya Vrat Katha)

    Somvati Amavasya Vrat Katha सोमवती अमावस्या व्रत कथा के अनुसार, एक गरीब ब्राह्मण परिवार था, उस परिवार में पति-पत्नी एवं उसकी एक पुत्री भी थी। उनकी पुत्री समय के गुजरने के साथ-साथ धीरे-धीरे बड़ी होने लगी। उस पुत्री में बढ़ती उम्र के साथ सभी स्त्रियोचित सगुणों का विकास हो रहा था। वह कन्या सुंदर, संस्कारवान एवं…

  • बृहस्पतिवार व्रत कथा | बृहस्पतिदेव की कथा (Brihaspatidev Ji Vrat Katha)

    बृहस्पतिवार व्रत कथा | बृहस्पतिदेव की कथा (Brihaspatidev Ji Vrat Katha)

    Brihaspatidev Vrat Katha भारतवर्ष में एक प्रतापी और दानी राजा राज्य करता था। वह नित्य गरीबों और ब्राह्मणों की सहायता करता था। यह बात उसकी रानी को अच्छी नहीं लगती थी, वह न ही गरीबों को दान देती, न ही भगवान का पूजन करती थी और राजा को भी दान देने से मना किया करती…

  • बुधवार व्रत की कथा (Budhwar vart katha)

    बुधवार व्रत की कथा (Budhwar vart katha)

    Budhwar vart katha समतापुर नगर में मधुसूदन नामक एक व्यक्ति रहता था। वह बहुत धनवान था। मधुसूदन का विवाह बलरामपुर नगर की सुंदर लड़की संगीता से हुआ था। एक बार मधुसूदन अपनी पत्नी को लेने बुधवार के दिन बलरामपुर गया ।मधुसूदन ने पत्नी के माता-पिता से संगीता को विदा कराने के लिए कहा। माता-पिता बोले-…

  • मंगलवार व्रत कथा (Mangalwar varat ki katha)

    मंगलवार व्रत कथा (Mangalwar varat ki katha)

    Mangalwar varat katha एक समय की बात है एक ब्राह्मण दंपत्ति की कोई संतान नहीं थी, जिस कारण वह बेहद दुःखी थे। एक समय ब्राह्मण वन में हनुमान जी की पूजा के लिए गया। वहाँ उसने पूजा के साथ महावीर जी से एक पुत्र की कामना की।घर पर उसकी स्त्री भी पुत्र की प्राप्ति के…